छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बीच प्रदेश में सियासत गरमा गई। कांग्रेस सरकार ने कार्रवाई को राज्य शासन के कामकाज में हस्तक्षेप और गैर-कानूनी बताया। सरकार ने शनिवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक भी रद्द कर दी। कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में छापों के विरोध में प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कानूनी जानकारों से राय लेने के लिए दिल्ली जाएंगे। वे कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
राजधानी के गांधी मैदान में प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री बघेल की प्रसिद्धि को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए कार्रवाई की जा रही है। वह छत्तीसगढ़ के लोगों को जानते नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने ट्वीट किया- राजनीतिक रूप से पूरी तरह से विफल होने के बाद भाजपा अब केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही।
मुख्यमंत्री बघेल राज्यपाल से मिले थे
कांग्रेस आयकर विभाग की कार्रवाई को गैर-कानूनी घोषित करने की तैयारी में है। मुख्यमंत्री बघेल शुक्रवार देर शाम राज्यपाल अनुसूइया उइके से मिले थे। उन्होंने छापेमारी को राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप बताया था। मुख्यमंत्री ने इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी।